आसानी से जानें केवाईसी क्या है और केवाईसी क्यों जरूरी है ? | What is KYC in Hindi 2022-23

 


केवाईसी क्या है और केवाईसी क्यों जरूरी है ? – What is KYC in Hindi


जैसी जैसी भारत विकास की ओर बढ़ रहा है उसी तरह से सरकार या संस्था की तरफ से नए नए नियम आते जा रहे हैं. 


विशेषकर डिजिटल युग में, भारत एक डिजिटल युग में प्रवेश कर चुका है. इसी कारण सभी कंपनी अपने कस्टमर पर विश्वास और पहचान बनाने के लिए केवाईसी को जरूरी कर दिया है. 


इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से आपको जानकारी प्राप्त होगी कि

केवाईसी क्या है और केवाईसी क्यों जरूरी है ? – ( What is KYC in Hindi ).



आधुनिक भारत में अब ये सब आम बात होती जा रही है क्योंकि इससे ग्राहक को बहुत सारे सुविधाएं दी जा रहे हैं. इसलिए सभी तरह के अपडेट के लिए केवाईसी कराना बहुत जरूरी हो गया है. 


बहुत लोग केवाईसी के बारे में जानते हैं तो कई लोग केवाईसी के बारे में नहीं जानते होंगे या इससे पहले इसका नाम ही नहीं सुना होगा क्योंकि KYC का नाम पहले ज्यादा चर्चित नहीं था. 


यह आज कल ज्यादा ही ट्रेंडिंग कर रहा है. इसी वजह से कुछ लोग केवाईसी के बारे में जानना चाहते हैं कि केवाईसी आखिर है क्या और इसी संबंधित बहुत सारे प्रश्न उठ रहे होंगे. इसी को कवर करने के लिए केवाईसी के बारे में बताने वाले है.


केवाईसी क्या है और केवाईसी क्यों जरूरी है – What is KYC in Hindi
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केवाईसी क्या है -What is KYC in Hindi


भारतीय रिजर्व बैंक ( RBI ) ने पैसा लेन देन करने वाले सभी वित्तीय संस्था एवं बैंकों को सूचित कर अनिवार्यता किया गया था. 


इसमें बताया गया था कि जो वित्तीय लेनदेन या ट्रांजैक्शन करना चाहता है उस कस्टमर की पहचान ( Proof ) के साथ-साथ पता ( Address ) की पुष्टि कर ईमानदार कस्टमर की श्रेणी मे रख सके, जिससे बैंकों की तरफ से मिलने वाली सुविधा या ऑफर को आसानी से ले सके. 


इसमें ग्राहकों को किसी भी तरह के निवेश करने से पहले या बिना किसी समस्या के जमा एवं निकासी कर सके तो इसके लिए केवाईसी करवाना पड़ता है. 


इसमें ग्राहक के पहचान एवं पता को सत्यापित कर KYC किया जाता है. केवाईसी सिर्फ एक बार ही करवाना पड़ता है और उसके बाद इसका लाभ लिया जाता है. 


केवाईसी का फुल फॉर्म होता है Know Your Customer ( नो योर कस्टमर ) इसे हिंदी में कहा जाता है कि अपने ग्राहक को जानो यानी अपने ग्राहक की पहचान करो इसलिए इंपोर्टेंस प्रमाण को केवाईसी करने के लिए जोड़ा जाता है.



केवाईसी में डॉक्यूमेंट क्या-क्या लगते हैं?


ग्राहक के मुख्य डॉक्यूमेंट ज्यादातर लगते हैं क्योंकि 2 डॉक्यूमेंट से पहचान एवं उसका पता का स्थान जुड़ा रहता है, इसीलिए सत्यापित करने के लिए आसानी होती है.


पहचान प्रमाण - जिससे उस कस्टमर की पहचान होती हो उसे पहचान प्रमाण की श्रेणी में रखी गई है. इसमें :-


1. आधार कार्ड


2. मतदाता पहचान पत्र ( वोटर आईडी )


3. ड्राइविंग लाइसेंस


4. पासपोर्ट


5. पैन कार्ड



पता प्रमाण - जिससे उसकी निवास स्थान या स्थाई स्थान का पता चल सके उसे पता प्रमाण की श्रेणी में रखी जाती है इसमें


1. राशन कार्ड


2. पासपोर्ट


3. बीमा कॉपी


4. बैंक स्टेटस


5. मकान का कागजात


6. स्थायी नियुक्ति पत्र


7. उपभोक्ता बिल या टेलीफोन बिल 


8. बिजली बिल या गैस बिल



केवाईसी क्यों जरूरी है - KYC Kyun Jaruri Hai


जब आप केवाईसी करवा लेते हैं तो संस्थानों के या बैंकों के नियमानुसार कार्य करते हैं यानी उसका ईमानदार कस्टमर की श्रेणी में शामिल हो जाते हैं. 


इसमें आपकी सेवा में कोई धोखा धड़ी या गलत आरोप लगने की कोई गुंजाइश नहीं रहती है. अनलिगल काम होने की शंका नहीं रहती है.


सेवा की जिम्मेदारी उन सभी संस्थानों की हो जाती है जहां पर सेवा लेना चाहते हैं. अवैध काम करने से बचेंगे इससे आपका डॉक्यूमेंट एवं सेवा सुरक्षित रहती है.



केवाईसी के फायदे - Benefits of KYC in Hindi



• ग्राहक के पहचान एवं पता से प्रमाणित किया जाता है.


• आप सारी सुविधाएं का लाभ ले पाएंगे जो आम लोग लेते हैं.


• प्रमाणित हो जाने से आप का प्रमाण आरक्षित हो जाता है जिससे लेनदेन में धोखाधड़ी और नुकसान से बचाता है.


• किसी भी प्लेटफार्म पर निवेश कर सकेंगे.


• लीगल तरीका से जुड़ जाते हैं.


• इससे ग्राहक और संस्था को समझने में मदद मिलती है.


• कालेधन या काले धन की शिकायत नहीं होगी.


• अपने ग्राहक को आकलन करते हैं.


• सेवा के प्रति विश्वास बढ़ता है.


• सिर्फ एक बार किया गया केवाईसी जरूरी होता है.


• गड़बड़ी होने पर प्रूफ के साथ शिकायत दर्ज करा सकते हैं.




केवाईसी के नुकसान - KYC Ke Nuksan in Hindi


केवाईसी के ऐसे तो ज्यादा नुकसान नहीं है लेकिन केवाईसी से नुकसान ना हो इसके लिए सावधानियां रखनी पड़ती है जिससे नुकसान ना हो.


• बार-बार छेड़छाड़ करने से नुकसान का कारण बन सकता है.


• अन लीगल रूप से कार्य करने पर परेशानी में पड़ सकते हैं.


• केवाईसी से संबंधित डॉक्यूमेंट अन लीगल जगहो पर इस्तेमाल करने से.


• अनजान व्यक्ति या संस्था में अपना डॉक्यूमेंट शेयर करने से भी नुकसान हो सकता है.


• अन लीगल क्लिक करने से तथा फेक कॉल करने वाले के पास इस संबंधित जानकारी देने से भी नुकसान का कारण बन सकती है.


• लीगल प्रूफ ना लेने से भी परेशानियों का कारण बन सकता है.


• अवैध प्लेटफार्म पर निवेश करने से पैसे डूबने का खतरा बना रहता है.


• अनजान लिंक पर बिना सोचे समझे उसका उपयोग करना भी नुकसान का कारण बन सकता है.



केवाईसी का महत्व क्या है -KYC Ka Mahatva Kya Hai


केवाईसी किए हुए रहने से व्यक्ति की पहचान के साथ उसके नाम, उम्र, फोटो तथा स्थाई निवास पता मिलता है, जिससे उसे समझने में आसानी होती है. 


धोखाधड़ी तथा छल-कपट या किसी के साथ गलत होने से बचाया जा सके, क्योंकि पैसे से जुड़े कार्य ज्यादातर बार किए जाते हैं. 


इसलिए पैसे से संबंधित धोखाधड़ी मनी लॉन्ड्री की आशंका बनी रहती है, इसलिए केवाईसी का महत्व काफी महत्वपूर्ण हो जाता है.



केवाईसी फॉर्म भरवाने का प्रमुख उद्देश्य क्या है?


1. भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा निर्देशित बैंकों को केवाईसी के द्वारा पता चल सके कि असली पहचान क्या है और किस देश का नागरिक है.


2. ऐसे बहुत सारे अवैध कार्य किए जाते हैं जिसके चलते किसी की पहचान खासतौर पर नहीं हो पाती थी, इसी कारण केवाईसी के द्वारा इन कार्यों पर अंकुश लगाया जाता है.


3. देश विदेश से बैंक वाला फाइनेंशियल सिस्टम पर टारगेट किया जाता था, इसीलिए वर्ल्ड में किए जाने वाले अपराधिक तत्वों से बचा जा सके.


4. KYC से कानूनी डर बनाया जा सके, जिससे अपराधिक गतिविधियों की सोच ना रख सके.


5. जाने अनजाने में गलती हो जाने पर उसे सेव कर सके इसीलिए कस्टमर से पहचान, फोटो तथा पता के तौर पर प्रमाण लिए जाते हैं.



केवाईसी की जरूरत कहाँ-कहाँ पड़ती है ? – Uses Of KYC in Hindi



1. ऑनलाइन म्यूच्यूअल फंड खरीदने में.


2. सोने के निवेश में.


3. बैंक में अकाउंट खोलवाने में.


4. बैंक लॉकर्स.


5. सिम कार्ड चालू करवाने में.



आप जानते होंगे जहां-जहां ऐसे प्रूफ मांगे जाते हैं, चाहे सरकारी संस्था हो या चाहे नहीं. यह संस्था हो वो भी केवाईसी का एक हिस्सा है.



निष्कर्ष -Conclusion :-


प्रिय पाठकों, हमारी हमेंशा कोशिश यही रहती है कि आप हर एक पोस्ट के माध्यम से कुछ न कुछ सीख जरूर लेते जाए. हमें पूरी उम्मीद है कि इस केवाईसी क्या है और केवाईसी क्यों जरूरी है ? –What is KYC in Hindi पोस्ट आपको थोड़ा ही सही लेकिन ज्ञान जरूर दिया होगा.

 

अपना बहुमूल्य कीमती समय देकर कुछ सीखने और समझने की जिज्ञासा को शांत करने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद.



हँसते रहिए और मुस्कुराते हुए बिजनेस के माध्यम से अपने देश को सशक्त बनाने का प्रयास जारी रखें.


फिर से नई उत्साह के साथ फिर नई ब्लॉग पोस्ट के द्वारा मुलाकात करते हैं, तब तक के लिए धन्यवाद.




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